लाई किस्मत आँसुओं का जाम क्यूं..?
लुट गया दिन रात का आराम क्यूं- ए मुहब्बत तेरा ये अंजाम क्यूं
महफिल में आज सुनिये 1949 में बनी फिल्म लेख का एक मधुर और बहुत कम सुना जाने वाला गीत, लुट गया..। इस फिल्म के गायक है स्व. मुकेश और फिल्म के गीतकार- संगीतकार क्रमश: कमर जलालाबादी और कृष्ण दयाल हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार हैं मोतीलाल, सुरैया, सितारादेवी और कुक्कू।
लुट गया दिन रात का आराम क्यूं
ऐ मुहब्बत तेरा ये अंजाम क्यूं
हमने मांगी थी मुहब्बत की शराब
लाई किस्मत आंसुओं का जाम क्यूं..लुट गया
दिल समझता है के तू है बेवफ़ा
आ रहा है लब पे तेरा नाम क्यूं..
लुट गया दिन रात का आराम क्यूं
ऐ मुहब्बत तेरा ये अंजाम क्यूं
8 टिप्पणियाँ/Coments:
क्या बात है सागर भाई. बहुत दिनों बाद सुना ये गीत. ये गीत मेरे पास LP रेकॉर्ड पे है. और turn table ख़राब पड़ा है ज़माने से. क्या करूं ? बहरहाल, शुक्रिया ...... आप की दुआ से सारे गीत सुनने को मिल ही जाते हैं.
बहुत पुराना और सुंदर गीत सुनवाया आपने। अच्छा लगा।
bahut sundar
सागरजी,
इस गीत ने तो सबका मन लूट लिया होगा । आगे भी आप ऐसे ही खजाने लाते रहें ।
Sagarbhai
A rare song, nice one.
Thanx.
-Harshad Jangla
Atlanta, USA
वाह क्या बात है । 1949 में राजकपूर की बरसात भी आई थी । और मुकेश वहां कुछ अलग अंदाज़ में सुनाई पड़ते हैं । सागर भाई इस गाने को सुनना अदभुत अनुभव है । कृष्णदयाल के बारे में मुझे भी नहीं पता । खोज करनी होगी ।
ममता सिंह
यूनुस खान
सीधे सादे बोल और दो लेखक! कीमती !!
सीधे सादे बोल और दो लेखक! कीमती !!
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