भूखा हमें जगाता मगर कभी भूखा हमें सुलाता नहीं: सी. रामचन्द्र का एक मधुर गीत
सी रामचन्द्र और लता जी की जोड़ी ने एक से एक मधुर और सुन्दर गीत हमें दिए, पर संयोग से महफिल ब्लॉग में इस जोड़ी का अब तक एक ही गीत आ पाया है। शायद लता जी सी रामचन्द्र के अधिकतम गीतों का बेहद लोकप्रिय होना इस का सबसे बड़ा कारण रहा कि उनके कम चर्चित गीतों को खोजना बहुत मुश्किल है। लता जी और सी रामचन्द्र की जोड़ी के लिए पंकज राग अपनी पुस्तक धुनों की यात्रा में लिखते हैं।
दर असल लता के साथ सी रामचन्द्र का रिश्ता मात्र व्यवसायिक ना रहकर बेहद आत्मीय मधुर संबधों का हो गया था। सी रामचन्द्र मात्र लता की आवाज को तराशने तक ही नहीं, बल्कि भावनाओं को गीत की आत्मा में लता के स्वर में इतने मन से रचाने बसाने में सफल रहे कि उनके संगीत -निर्देशन में लता के गाए गीत आज भी मिसाल की तरह याद किए जाते हैं।तो आज मैने खोज निकाला है लता जी और सी रामचन्द्र की जोड़ी का एक बहुत ही कम चर्चित गीत जो बहुत ही मधुर है लेकिन इसको मैने कई सालों से रेडियो पर नहीं सुना। यह गीत है फिल्म कारीगर 1958 का, इस फिल्म में निरुपारॉय और अशोक कुमार ने अभिनय किया था। आप गीत सुनने के बाद इस फिल्म का वीडियो अवश्य देंखें, जिसमें निरुपारॉय का वात्सल्य भरा भाव देखने को मिलता है।
ओ लेने वाले उस देने वाले के दाता के गीत क्यूं गाता नहीं
भूखा हमें वो जगाता मगर, कभी भूखा हमें वो सुलाता नहीं
उस दाता के गीत क्यूं गाता नहीं
ओ लेने वाले उस देने वाले दाता के गीत क्यूं गाता नहीं-२
चिन्ता करेगा वो ही जगत की जो इस जगत का नाथ है-२
हम अपने अपने करतब करें पर फल तो उसी के हाथ है
कण -कण में अपनी ज्योती जगाता फिर भी नजर जो आता नहीं
भूखा हमें वो जगाता मगर, कभी भूखा हमें वो सुलाता नहीं
उस मालिक गीत क्यूं गाता नहीं
जो कुछ भी पाए मेहनत की खाए आराम करना हराम है -२
मेहनत में चारों धाम हमारे, मेहनत में सीता राम है
ओ मन के पंछी तेरी समझ में गीता का ज्ञान क्यूं आता नहीं
भूखा हमें वो जगाता मगर, कभी भूखा हमें वो सुलाता नहीं
उस मालिक गीत क्यूं गाता नहीं
Film: Kareegar
Singer:Lata Mangeshkar
Lyrics:Rajendar Krishan
Music:Chitalkar Ramchandra
Year:1958
14 टिप्पणियाँ/Coments:
भूखा हमें वो जगाता मगर, कभी भूखा हमें वो सुलाता नहीं
अपने जन्म से पहले के गीत को देखना-सुनना सौभाग्य से कम नहीं ...
भाईजी सागर नाहर जी
आपकी हर प्रविष्टि के लिए नमन और साधुवाद!
आपके यहां आ कर हमेशा मुझे अपने स्वर्गीय बाबूजी याद आ जाते हैं ... काश ! 22 वर्ष पहले जब तक वे थे , आपका यह संगीत-ख़ज़ाना मिल पाता ... ... ...
आभार , बधाई और मंगलकामनाएं …
... और शुभकामनाएं आने वाले सभी उत्सवों-पर्वों के लिए !!
:)
राजेन्द्र स्वर्णकार
rajeevbumb @ gmail . com.. says
Dear Shri Nahar Sb,
Thanks for lyrics of a wonderful song.
Rajeev
@Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार
इस सुन्दर टिप्पणी और उत्साहवर्धन के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद राजेन्द्रजी
@Anonymous
धन्यवाद राजीव साहब.
AAPKO SADHUVAADH DENA AAPKA APMAAN HOGA IS COLLECTION KE LIYE MERE PAAS SHABD HI HANI HAIN
sagar ji aap sach me sagar se moti chun-chun kar late hain...bahut sundar bhavon se saja hai ye geet..abhar.
अहा, बहुत सुन्दर..
@Ashish
आपको गीत बहुत पसन्द आया, जानकर अच्छा लगा।
@kavita verma
धन्यवाद कविता जी
@प्रवीण पाण्डेय
धन्यवाद प्रवीण जी
sager ji aapka pryas sarahniya h.bahut dino k baad ek adhbut geet sun ne ko mila h.aapka danyavad
thanks
es gane ka plz ural de plz
@Goverdhan Soni
यह लीजिये गोविन्दजी
http://www.youtube.com/watch?v=SONYPbqXOWA
Post a Comment
आपकी टिप्प्णीयां हमारा हौसला अफजाई करती है अत: आपसे अनुरोध करते हैं कि यहाँ टिप्प्णीयाँ लिखकर हमें प्रोत्साहित करें।