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Tuesday 28 April, 2009

रफी साहब संगीतकार भी थे?

बड़ा अजीब सा प्रश्न है ना? लेकिन क्या आपको ऐसा नहीं लगता कि इतने गुणी गायक और संगीत के इतने बड़े ज्ञाता मुहम्मद रफी साहब ने किसी फिल्म में संगीत क्यों नहीं दिया। ये प्रश्न मेरे मन में बरसों से था और आखिरकार गुजरात समाचार के वरिष्ठ हास्य लेखक अशोक दवे की रफी साहब के गाये गैर फिल्मी सूचि से पता चला कि रफी साहब ने कुछ गानों में संगीत भी दिया है।
सूचि में चार गानों के नाम दिये हैं वे निम्न है।

  1. उठा सुराही
  2. दूर से आये थे साकी सुनके
  3. घटा है बाग है मय है सुबह है जाम है
  4. चले आ रहे हैं वो ज़ुल्फ़ें बिखेरे

मैने अपना संग्रह संभाला तो पता चला कि उठा सुराही वाला गाना तो अपने पास है, पर ऑडियो क्वालिटी थोड़ी उन्नीस है सो नेट पर खोजा और आखिरकार ईस्निप्स पर ये गीत मिल भी गया।

तो पस्तुत है मुहम्मद रफी साहब द्वारा संगीतबद्ध गैर फिल्मी गीत उठा सुराही ये शीश.....


utha surahi yeh.mp...

9 टिप्पणियाँ/Coments:

Anonymous said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

धन्यवाद. गीत सुनकर बहुत प्रसन्नता हो गयी. अगर किसीके पास रफी साहब के निम्नलिखित दो गैरफिल्मी गीत हो तो कृपया पोस्ट करे.
१. क्या याद तुम्हे हम आयेंगे
२. काम लेंगे आसुओसे और न फरीयाद्से
धन्यवाद

admin said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

अरे वाह, ये तो नई आश्चर्यजनक सूचना है। शुक्रिया।

----------
S.B.A.
TSALIIM.

महेन said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

सागर साहब,
कभी आपके खजाने पर डाका डालना पड़ेगा.
मेरा सपना है कि रफी साहब के काम का एक डाटाबेस तैयार किया जाये और मुफ्त उपलब्ध कराया जाये मगर ये म्युज़िक कम्पनियाँ कमबख्त ऐसा करने नहीं देंगीं.

दिलीप कवठेकर said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

ये तो आप एक अनमोल खजाने में से बेशकीमती हीरा उठा लाये हैं. शुक्रिया दोस्त ! हमारे जेहन में उनके लिये बेहद इज़्ज़त तो थी ही, उनके आदर में फ़िर एक बार सिर झुका कर सज़दा कर लें..

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

रफी साहब को सँगीत की सूझ
कितनी बारीक थी
इसका पता चलता है
जैसे लतादी ने भी 'आनँदघन ' नाम से सँगीत दिया है -
अनमोल हैँ ये गीत
सुनकर आनँद आया -
मदन मोहन जी जैसे सुर लगे मुझे तो
- लावण्या

Dr Prabhat Tandon said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

बहुत ही अनमोल मोती !!!

Sudhir Dwivedi said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates
This comment has been removed by the author.
Sudhir Dwivedi said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

Maine kahi bhi Suna ya Padha nahi ki Rafi sahab ek sangeetkar bhi the, ye jaankar badi prashannata hui. Rafi sahab ke geet sunne ke alawa unke baare me padhna aur sunna mujhe kaafi pasand hai,Aaap jaise guni sangeet premiyon se hum yuvaon ko kaafi kuch jaanne aur seekhne ko milta hai, jo shayad aap jaise logo ke bina sambhav nahi hota!Rafi sahab mere sabse param priya gaayak hai,Unke gaayki ki mahanta ko shabdon me bayan nahi kiya jaa sakta,Unke liye sirf yahi kaha jaa sakta hai..."Na bhooto na Bhavishayti"

ADMIN said... Best Blogger Tips[Reply to comment]Best Blogger Templates

क्या आप शिव भक्त फ़िल्म से 'मुझे तो शिव शंकर मिल गए' अच्छी क्वालिटी में प्रस्तुत कर सकते हैं?

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