दिले नादां तुझे हुआ क्या है: सुमन कल्याणपुर की आवज में सुन्दर गज़ल
आपने मिर्ज़ा गालिबمرزا اسد اللہ خان की सुप्रसिद्ध गज़ल दिले नादां तुझे हुआ क्या है... कई गायकों की आवाज में सुनी होगी। लगभग सभी गायकों ने इस सुन्दर गज़ल को अपने अपने तरीके से गाया। कुछ बहुत प्रसिद्ध हुई और कुछ गुमनामी के अंधेरे में खो गई।
आज सुनिए इस सुन्दर गज़ल को सुमन कल्याणपुर की आवाज में। यह भी एकदम दुर्लभ है।
दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या हैडाउनलोड लिंक -> दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है?
आखिर इस दर्द की दवा क्या है
हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ार
या इलाही, ये माजरा क्या है
मैं भी मुँह में ज़ुबान रखता हूँ
काश पूछो की मुद्दआ क्या है
हमको उनसे वफ़ा कि है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है
5 टिप्पणियाँ/Coments:
प्रिय सागर जी,
भले ही कुछ दिनों के अंतराल से ही फिर एक बेहद अच्छी चीज़ सुनाने को मिली.
बहुत बहुत धन्यवाद और ऐसे ही हम लोगों को संगीत रस का स्वाद दिलाते रहिये.
आभार सहित,
अवध लाल
इस लाजवाब गज़ल को सुनवाने के लिये धन्यवाद । नये साल की शुभकामनायें0
बहुत सुंदर गजल सुनाने के लिये आप का धन्यवाद
बेहद ही बढियां तर्ज़ है इस गज़ल की.. सुमन जी का भी कमाल है.
maja aa gaya, mere collection me ek aur achhi gazal nayi aawaaz ke saath.
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