tag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post5544168178109489517..comments2023-09-18T16:15:37.451+05:30Comments on गीतों की महफिल: प्रिय पापा आपके बिना.......सागर नाहरhttp://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-34402726759029960482011-06-19T12:22:18.593+05:302011-06-19T12:22:18.593+05:30सागरभाई सुंदर अने मर्मस्पर्शी गीत संभळाववा बदल खुब...सागरभाई सुंदर अने मर्मस्पर्शी गीत संभळाववा बदल खुब खुब धन्यवाद , सागरभाई ये गीत पढकर मुजे मेरी बेटी का भविष्य का चेहरा दिख रहा है आप कमाल हैँ सागरभाई गजब का उत्साह है आप मे आप अपने पाठकोँ का कितना ध्यान रखते हैँ पुनश्च धन्यवाद .............!Basant Jainhttps://www.blogger.com/profile/01608652955401752911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-80598168728217037662011-05-16T19:06:49.934+05:302011-05-16T19:06:49.934+05:30प्रिय श्रीसागरजी,
मैं भी इस गीत को सुनकर बहुत रोय...प्रिय श्रीसागरजी,<br /><br />मैं भी इस गीत को सुनकर बहुत रोया था। वैसे मैं एक गुजराती कॉलमिस्ट-पत्रकार-गीतकार-संगीतकार हूँ। आइंदा आपको किसी भी गुजराती गीत या साहित्य संदर्भ की आवश्यकता हो तो बिना संकोच आप मेरा संपर्क कर सकते हैं।<br /><br />आपका बहुत बहुत शुक्रिया।<br /><br />मार्कण्ड दवे।<br />mdave42@gmail.com<br />http://mktvfilms.blogspot.comMarkand Davehttps://www.blogger.com/profile/17453483015065286737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-7560453331163962152009-02-11T18:08:00.000+05:302009-02-11T18:08:00.000+05:30हाँ,मेरे पिताजी भी मुझे "लाड" से ही "बाळू" कहते थे...हाँ,मेरे पिताजी भी मुझे "लाड" से ही "बाळू" कहते थे।बहुत याद आ रहे है वो।Archana Chaojihttps://www.blogger.com/profile/16725177194204665316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-23797640743119039082008-01-17T16:02:00.000+05:302008-01-17T16:02:00.000+05:30बहुत ही सुंदर गीत दिल को छु जाने वाला सुन के आँखे ...बहुत ही सुंदर गीत दिल को छु जाने वाला सुन के आँखे गीली हो गयीं !!रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-40168771135287343732008-01-06T20:45:00.000+05:302008-01-06T20:45:00.000+05:30सागर भाईमज़ा आ गया गीत सुनकर। तुमने जो लिखा है वह भ...सागर भाई<BR/>मज़ा आ गया गीत सुनकर। तुमने जो लिखा है वह भी अपने में विशिष्ट है । माँ-बेटी के बारे में अक्सर सुना तथा पढ़ा था तुमने नई और सही खोज की है । इसी तरह नई-नई बातें बताते रहें और मीठे गीत सुनवाते रहें । सफलता के लिए बधाईशोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-83484667041871331332008-01-05T21:42:00.000+05:302008-01-05T21:42:00.000+05:30सागर भाई नया साल मुबारक हो आपको...सागर भाई नया साल मुबारक हो आपको...सुनीता शानूhttps://www.blogger.com/profile/11804088581552763781noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-36058661253784600512007-12-09T17:02:00.000+05:302007-12-09T17:02:00.000+05:30भाई नाहर जी, आपने गुजराती के साथ हिन्दी अनुवाद देक...भाई नाहर जी, आपने गुजराती के साथ हिन्दी अनुवाद देकर बड़ा उपकार किया है. यह बात और है कि गीत के मार्मिक भाव किसी भाषा के मोहताज नहीं हैं. अद्भुत गीत है यह. इसे सुनवाने के लिए धन्यवाद!विजयशंकर चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12281664813118337201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-23219695193729237192007-12-05T20:06:00.000+05:302007-12-05T20:06:00.000+05:30बेहद शानदार प्रयास. पहली बार आपके इस दुसरे चिट्ठे ...बेहद शानदार प्रयास. पहली बार आपके इस दुसरे चिट्ठे पर आया हूँ फ़िर भी, वाही अपनापन मिल रहा है आपके शब्दों में जो आपको अनायास ही पाठक से जोड़ देता है. अब तो हमेशा ही आना पड़ेगा.पुनीत ओमरhttps://www.blogger.com/profile/09917620686180796252noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-49374286847688539592007-12-01T20:42:00.000+05:302007-12-01T20:42:00.000+05:30सुन्दर । वाह सागर भाई आप तो गुजराती के भी मास्टर...सुन्दर । वाह सागर भाई आप तो गुजराती के भी मास्टर हैं।नीरज शर्माhttps://www.blogger.com/profile/02856956576255042363noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-10825249159217415502007-11-29T16:43:00.000+05:302007-11-29T16:43:00.000+05:30सुनने के बाद अब पूरा अर्थ भी जान लिया . बहुत मर्मस...सुनने के बाद अब पूरा अर्थ भी जान लिया . बहुत मर्मस्पर्शी रचना है . खास कर वे पंक्तियां कि 'आपको जितना याद करती हूं,शाम उतनी ही लंबी होती जाती है' . गायन भी लाजवाब है .<BR/><BR/>प्रस्तुत करने के लिए आभार .Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-31200223207416395232007-11-29T14:03:00.000+05:302007-11-29T14:03:00.000+05:30सच आपके दिए अनुवाद के कारण ही इस अच्छे गीत का अर्थ...सच आपके दिए अनुवाद के कारण ही इस अच्छे गीत का अर्थ समझ आया. आपको धन्यवाद.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-79502715604651340392007-11-29T11:59:00.000+05:302007-11-29T11:59:00.000+05:30SACH ME DIL KO CHULIYA,MERI DONO BEHEN ABBA KI LAD...SACH ME DIL KO CHULIYA,<BR/>MERI DONO BEHEN ABBA KI LADLI HAIN AUR MAIN APNI AMMI KA :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-80003453474035252842007-11-28T23:59:00.000+05:302007-11-28T23:59:00.000+05:30नाहर भाइस्सा, तमे, आ, मार्मिक गीत सम्भळावी मन ने, ...नाहर भाइस्सा, <BR/>तमे, आ, मार्मिक गीत सम्भळावी मन ने, फरी पूज्य पापा जी ने मारी अम्मा नी यादोँ ने सथवारे मोकली आप्युँ छे..<BR/> <BR/>Chale Gaye Raghu Naath : ~~<BR/>Dukh Samet Jan jan ka, Jyon chale gaye Raghu Nath <BR/>Reh Gayee bilakhtee reeti, Ayodhya Puri anath ! <BR/><BR/>Haa , " PITA " , " PARAM - YOGI " , avichal, <BR/>Kyon ker ho gaye Maun ?<BR/>Kya ant yehi hai Jan - Jeevan ka,<BR/>Meri Sudhee lega Kaun ? <BR/><BR/>Lavanya <BR/>Written in 1989 <BR/>[ Yeh ooprokta , panktiyaan , maine , mere " Papaji " ke jane ke baad likhee theen .......<BR/><BR/>aaj punah : bhure Hriday se, unki Pawan Smriti ko Shraddhanjali dete hue, mere shabd .......jod rahee hoon <BR/>Sabhi PITAON ke liye , sadar , samarpit hain, <BR/>suniye,<BR/><BR/>" PITA "<BR/><BR/>Leker fauladee veerta pahadon ki,<BR/>Ghtadaar Bargad see aseemitta ,<BR/>Greeshma ka prakhar Sooraj liya,<BR/>Liya Mahasaagar ka Gambheerya,<BR/>Prakruti sa liya , Hriday Vishaal,<BR/>Raaton sa diya aaram, parishram ko,<BR/>Sadiyon kee jod de dee Vidwatta fir,<BR/>Garud see Unchhaiyaan bhee deen! <BR/><BR/>Vasant se leker dee Suhanee Bhor -<BR/>Aur diya Vishwaas, ka BEEJ - jo Fale,<BR/>Cheer - KAAL see de dee fir, Dheer ,<BR/>Parivaar ki avashyaktaon see gahanta! <BR/><BR/>Prabhu ne mila diye yeh sare GUN -<BR/>Aur raha nahi tub kuch aur - SHESH <BR/>Hanse we, dekh ker Apratim - Pratima <BR/>Aur De diya use, naam pyara sa ....PITA ka !! <BR/><BR/>[ Mere Shraddhey, Pita = Papaji , Pandit Naredra Sharma ki Smriti mein , unhe sadar , samarpit ]<BR/> प्रश्न-: के जानेमाने गीतकार पंडित नरेन्द्र शर्मा की बेटी होने का सौभाग्य आपके साथ है । आप स्वयं को एक गीतकार या पं.नरेन्द्र शर्मा जी की पुत्री किस रूप में देखती हैं ? और क्यों ? <BR/><BR/> ( उत्तर - - ६ ) आपने यह छोटा - सा प्रश्न पूछ कर मेरे मर्म को छू लिया है -- सौभाग्य तो है ही कि मैँ पुण्यशाली , सँत प्रकृति कवि ह्रदय के लहू से सिँचित, उनके जीवन उपवन का एक फूल हूँ -- उन्हीँके आचरणसे मिली शिक्षा व सौरभ सँस्कार, मनोबलको हर अनुकूल या विपरित जीवन पडाव पर मजबूत किये हुए है -- <BR/> <BR/>उनसे ही ईश्वर तत्व क्या है उसकी झाँकी हुई है -- और, मेरी कविता ने प्रणाम किया है -- <BR/><BR/>" जिस क्षणसे देखा उजियारा,<BR/> टूट गे रे तिमिर जाल !<BR/> तार तार अभिलाषा तूटी, <BR/>विस्मृत घन तिमिर अँधकार ! <BR/>निर्गुण बने सगुण वे उस क्षण , <BR/>शब्दोँ के बने सुगँधित हार ! <BR/>सुमन ~ हार, अर्पित चरणोँ पर,<BR/> समर्पित, जीवन का तार ~ तार !! <BR/><BR/> ( गीत रचना ~ लावण्या )लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-60704740115528826582007-11-28T22:05:00.000+05:302007-11-28T22:05:00.000+05:30सागर भाईजी,आपके अनुवाद के कारण गीत अच्छे से समझ मे...सागर भाईजी,आपके अनुवाद के कारण गीत अच्छे से समझ मे आ गया । इतने बढिया गीत को अपने चिट्ठे पर सजाने के लिये साधुवाद,<BR/><BR/>अगली बार महफ़िल के लिये तलत महमूद साहब के गीतों का पाडकास्ट कैसा रहेगा ?Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-49328345187614630392007-11-28T21:18:00.000+05:302007-11-28T21:18:00.000+05:30बहुत ही मर्मस्पर्शी गीत , जितनी बार सुनो उतना कम !...बहुत ही मर्मस्पर्शी गीत , जितनी बार सुनो उतना कम !Dr Prabhat Tandonhttps://www.blogger.com/profile/14781869148419299813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-67873344400246517662007-11-28T20:36:00.000+05:302007-11-28T20:36:00.000+05:30सागर भाई , ऐमना सरस गीत साम्भाड़वानो तमारे अति धन्य...सागर भाई , ऐमना सरस गीत साम्भाड़वानो तमारे अति धन्यवाद, बहु सरस छे।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-71140498600587872182007-11-28T20:27:00.000+05:302007-11-28T20:27:00.000+05:30भाई सागर चन्द जी,इतना मर्म स्पर्शी गीत सुनवाने के ...भाई सागर चन्द जी,<BR/>इतना मर्म स्पर्शी गीत सुनवाने के लिए आभार स्वीकार कीजिए.<BR/>अद्भुत गीत है यह.<BR/>एक बार फिर से धन्यवाद.डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवालhttps://www.blogger.com/profile/04367258649357240171noreply@blogger.com