tag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post755653854236172689..comments2023-09-18T16:15:37.451+05:30Comments on गीतों की महफिल: गाना जो आप बार बार सुनना चाहेंगेसागर नाहरhttp://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-19973389558546878042012-05-12T17:37:49.156+05:302012-05-12T17:37:49.156+05:30bestbestanil sharmahttps://www.blogger.com/profile/08107506890627175212noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-14181672310869108452012-04-12T09:20:40.434+05:302012-04-12T09:20:40.434+05:30nice songsnice songskashhttps://www.blogger.com/profile/00367082693098405022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-82566836696332028022009-04-03T23:07:00.000+05:302009-04-03T23:07:00.000+05:30बडा प्यारा गीत है लतादी की आवाज़ पिघली चाँदनी की तर...बडा प्यारा गीत है लतादी की आवाज़ पिघली चाँदनी की तरह सरल तरल तरँगित ह्र्द्य के तार छेडती हुई <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-28838414140912724672007-09-26T23:44:00.000+05:302007-09-26T23:44:00.000+05:30अंतर्मन ने मुन्नाभाई एमबीबीएस के गीत पल पल पल के ब...अंतर्मन ने मुन्नाभाई एमबीबीएस के गीत पल पल पल के बारे में बताया कि वह मूल रूप से एक अंग्रेज़ी गीत से चुराया गया है और संगीतकार हैं कोई रिचर्ड साहब.और सागरभाई आपके द्वारा समीक्षित गीत चंदा रे जा रे जा रे को देखिये किस खूबसूरती से संगीतकार ने अपना कारनामा दिखाया है.संभवत: राग छायानट में निबध्द है ये गीत(ग़लत हो कृपया सुधार कर दे)और क्या लाजबाव अंदाज़ में गाया गया है. खेमचंदजी हमारे अनसंग हीरो थे सागर भाई ...वक़्त ने उनके साथ न्याय नहीं किया. आएगा आनेवाला जैसी बंदिश ने लताजी को कहाँ से कहाँ पहुँचा दिया और खेमचंद जी कहाँ गुम हो गए...नमन इस महान संगीतकार को.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-41126918221019759222007-09-26T22:22:00.000+05:302007-09-26T22:22:00.000+05:30सागर भाई आभारी हूं कि आपने याद दिलाया, वरना मुझे भ...सागर भाई आभारी हूं कि आपने याद दिलाया, वरना मुझे भी जानकारी नहीं थी -कि ये खेमचंद प्रकाश का जन्मशती वर्ष है । बहरहाल जल्दी ही उनके कुछ गीत लेकर आता हूं आपके लिए । वैसे ये वही जिद्दी फिल्म है जिसके जरिए किशोर कुमार गायन की दुनिया में उतरे थे, 'मरने की दुआएं क्यूं मांगूं जीने की तमन्ना कौन करे' ये गीत उन्होंने सहगल से काफी प्रभावित होकर गाया था और इसे देव आनंद पर फिल्माया गया था । बहुत अच्छा गीत लेकर आए आप । हालांकि ये गीत विविध भारती में होने की वजह से मैं पहले भी कई बार सुन चुका हूं । पर बेहतरीन प्रस्तुति ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-13662023931261392282007-09-26T19:41:00.000+05:302007-09-26T19:41:00.000+05:30अच्छा गीत. आभार.अच्छा गीत. आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1759328551597368568.post-29093194782961086492007-09-26T15:38:00.000+05:302007-09-26T15:38:00.000+05:30अच्छा गीत सुनवाया आपने। शुक्रिया...गीत के बोलों पर...अच्छा गीत सुनवाया आपने। शुक्रिया...<BR/>गीत के बोलों पर मैं तो हमेशा सबसे ज्यादा ध्यान देता हूँ और चर्चा भी करता हूँ क्योंकि गर गीत के बोल अच्छे होंगे तो वो ज्यादा दिनों तक आपके दिलों में राज करेंगे।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.com